Friday, November 16, 2012

क्या यही प्यार है?


आज अचानक उनका वो प्रश्न......
दिल को कहीं झकझोर गया|
किस सादगी से पूछा था उन्होने
मुझे अंदर तक झिझोड़ गया||

तुम अब तक मिली मुझसे हो
फिर प्यार क्यूँ इतना करती हो?
चेहरा देखोगी रूबरू जब तुम..
क्या पसंद करोगी इतना ही......
मैं तब भी तेरे दिल के आँगन में
क्या टहल करूँगा ऐसे ही??

मैं कैसे कहूँ...मैं कैसे लिखूं
मैं देखूँ तुम्हें या देखूँ...
जानती हूँ मैं फिर भी तुम्हें
कुछ चेहरे ऐसे होते हैं
जिन्हें पहचान की ज़रूरत नही
हम मिलें तुम्हें कभी या मिलें
उस एक मुलाक़ात की भी ज़रूरत नही
हर पल..हर घड़ी..हर वक़्त..हर रोज़
मैं तो तुमसे मिलती ही हूँ......

क्या हुआ जो जिस्म सुंदर हो
मुझे ऐसी खूबसूरती की चाह नही
जानती हूँ मैं बस एक बात यही
गर तन सुंदर मन बेनूर हो तो
वो महबूब मेरा हो सकता नही...
जिस तन में तुमसा मन रोशन हो
वो जिस्म अंधेरा हो सकता नही.......
वो जिस्म..............हो सकता नही...
........................................तरुणा||

24 comments:

Unknown said...

bahut khoobsurat !!!

taruna misra said...

Hiiii.....Kalpanaji...how are you??....thankss for these words of appreciations.....they give me more energy and strength to write and post something more and better...:)

http://anusamvedna.blogspot.com said...

क्या यही प्यार है ?....
बहुत सुंदर

Unknown said...

This is the truth of love,very nice taruna ji.

taruna misra said...

Anita Ji ... bahut aabhaari hoon... aapki taareef ke liye... :)

taruna misra said...

Jhujhar Ji .... Yeah ... that's is love for me 'n' many more ... who believe in love ... thanksss .. :)))

Unknown said...

oh di kya baat hai itani khubsurat rachana aapki bahut sundar behtareen di

Unknown said...

सुन्दर रचना के लिए धन्यवाद

Unknown said...

सुन्दर रचना के लिए धन्यवाद

Unknown said...

pyar ko sbado m vyakt nh kiya ja sakta h pyar to bas ek ahsaas h .......pyar to ibbadat h........bahut khub

mahesh sharma said...

this is true,

taruna misra said...

Shiv Kumar ji .... Bahut bahut Shukriya.... :)))

taruna misra said...

Rakesh Rawat ji .... Many many thanksss ... :)))

taruna misra said...

Akanksha akki ji ... bahut Shukraguzaar hoon... :)

taruna misra said...

Mahesh Sharma ji ... soo many thanks .. :)

Virendra Sinha said...

निसंदेह एक बहुत सार्थक,सुंदर, श्रेष्ठ रचना, प्रेम के रंगरूप और उसके अर्थ को अभिव्यक्त करते हुए.

Yogesh Shah said...

Very nice & heart touching

Anonymous said...

bahut hi sudar rachna , tan se adhik mann ki sundarata maayane rakhti hai , waaah shubhkamnaayen

shekhar shrivastava said...

bahut hi sudar rachna , tan se adhik mann ki sundarata maayane rakhti hai , waaah shubhkamnaayen

taruna misra said...

Bahut Shukriya .... Yogesh ji ... :)))

taruna misra said...

Bahut Shukriya ... Shekhar ji ... Jii haan man ki sundarta ..bahut adhik maayne rakhti hai... tan to nashwar hai ... :)))

शब्द मसीहा said...

Bahut bahut sunder bhavatmak prastuti...hardik badhai ji

taruna misra said...

Virendra ji ... bahut hi shukriya... :))

ramu said...

ना तो प्यार अंधा होता है और नहीं अंधे ही प्यार करते है ये तो दिल का मामला है जिसे दिल ही जानता है की मेरी अनुभूति गलत नही हो सकती