छम छम छम...
मेरी पाज़ेब की खन खन... हौले हौले...
तेरे दिल की धड़कन सी बज उठी...
और गूंजने लगी....हर दिशा में...हर ओर...
फ़िर से नग्में बिखरने लगे...
हवाएं संगीत सुनाने लगी...
कहीं गज़लें...कहीं नज़्में...कहीं गीत मुस्कुराने लगे...
तेरे क़दमों की आहट...दिल से गुज़रने लगी...
शोर धडकनों का फ़ैल गया.... सब तरफ़..
घबरा गई मैं... फ़िर से...
कोई देख न ले मुझमे...तुझको...
पहचान न ले...तेरे वज़ूद को....
तेरे मुझ तक आने के लम्हें...सदियों से लगे...
पर आते ही...पलकें मुंद गई...
सरसराहट होने लगी...लहू में...
उफ्फ...मैं खोने लगी हूँ..ख़ुद को तुझमे...
आज मैं फ़िर...पिघल गई...
सिर से पाँव तक...सराबोर....तेरे प्यार में...
तेरे एक बूंद इश्क़ में...
तेरे एक बूंद इश्क़ ने .... मुझे परिपूर्ण कर दिया....
उस प्यार के लम्हें ने ... मुझे सम्पूर्ण कर दिया...
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Chham ..chham ...chham...
Mere paazeb ki khan khan....haule haule...
Tere dil ki dhadkan si baj utthi...
Aur goonjne lagi...har disha me...har aur...
Phir se nagme bikharne lage...
Havaaye sangeet sunaane lagi...
Kahin ghazaley....kahin nagmey...kahin geet muskuraane lage...
Tere qadmo ki aahat...dil se guzarne lagi...
Shor dhadkano ka fail gaya....sab taraf...
Ghabra gayi main....phir se...
Koi dekh na le mujhme....tujhko...
Pehchaan na le...tere vazood ko...
Tere mujh tak aane ke lamhey...sadiyon se lage...
Par aate hi...palken mund gayi..
Sarsaraahat hone lagi... lahoon me...
Ufffff...main khone lagi hoon...khud ko tujhme..
Aaj main phir...pighal gayi...
Sar se paanv tak...sarabor...tere pyaar me..
Tere ek boond Ishq me....
Tere ek boond ishq ne.. mujhe paripoorn kar diya...
Us pyaar ke lamhe ne... mujhe sampoorn kar diya..
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