बड़े वेग से .... पलायन किया तूने....
मेरे संसार से.....
अंतरिक्ष में ... प्रक्षेपित हो गया है तू...
चांद-सितारों कि तरह....
दिखता तो है.... तेज़ गति से घूमते हुए.....
दूर और दूर.... जाते हुए....
कितनी अलग है ... ये सांसारिक भौतिकी.....
मन के रसायन से.....
जहाँ तू हो गया है.... मुझमे विलेय....
और हम बन गए है.....
एक विलयन....
पूर्णतः संतृप्त....
................................................'तरुणा'...!!!
(भौतिकी-- Physics.... रसायन--chemistry....पलायन --escape... वेग--velocity... विलेय--Soluble.... विलयन--solution.... संतृप्त--saturated)
Bade veg se ... palayan kiya tune....
Mere sansaar se....
Antriksh me .... Prakshepit ho gaya hai tu....
Chaand-sitaaron ki tarah....
Dikhta to hai ... tez gati se ghumte huye...
Door aur door ... jaate huye....
Kitni alag hai ... ye saansaril bhautiki ....
Man ke rasayan se ....
Jahan tu ho gaya hai .... mujhme viley...
Aur ham ban gaye hain..
Ek vilyan....
Poorntah: santript....
...........................................................'Taruna'...!!!
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