Monday, May 5, 2014

एक चिंगारी हूँ... !!!



मैं कोई बर्फ़ नहीं हूँ ... के जो गल जाऊंगी...
एक चिंगारी हूँ .... शोलों में बदल जाऊंगी ;

प्यार से देखना .. छूने की न कोशिश करना...
हाथ जो तूने लगाया .. तो मैं गल जाऊंगी ;

यूँ तो चलते हैं .. खोटे सिक्के भी.. बाज़ारों में..
मैं खरा सोना हूँ ... हर हाल में चल जाऊंगी ;

लोहा समझे थे .. जलाया है मुझे.. .सबने बहुत..
मोम हूँ उसकी निग़ाहों से ... पिघल जाऊंगी ;

चाहे जिस वक़्त पुकारे वो ... बुला ले मुझको..
जैसे भी हाल में हूँ ... घर से निकल जाऊंगी..!!

......................................................................'तरुणा'... !!!


Main koi barf nahin hun ... ke jo gal jaaongi..
Ek chingaari hun ... sholon me badal jaaoongi ;

Pyaar se dekhna ... chhune ki na koshish karna..
Haath jo tune lagaya ... to main gal jaaoongi ;

Yun to chalte hain .. khote sikke bhi .. bazaron me...
Main khara sona hun ... har haal me chal jaaoongi ;

Loha samjhe the .. jalaya hai mujhe .. sabne bahut..
Mom hoon uski nigaahon se ... pighal jaaoongi ;

Chaahe jis waqt pukaare vo .... bula le mujhko ....
Jaise bhi haal me hun ... ghar se nikal jaaoongi ..!!

.........................................................................'Taruna'.... !!!


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