Saturday, June 1, 2013

वो तेरी याद.......


 


मैं होके भी...नहीं हूँ....
तुम न होके भी...हर सू हो....
चाँद आता है रोज़...आँगन में मेरे....
तू नहीं हैं तो....रोशनी नहीं होती....
दूर तक फ़ैली हुई हैं....तन्हाई.....
ये निखरा आसमां....वो धुली चांदनी.....
क्यूं..जी जलाने को रात फ़िर आई...???
देर तक राह...देखती मैं रही.....
जहां तक...निग़ाहें पहुँच सकीं हैं मेरी.....
कोई आहट नहीं हैं....क़दमों की....
तेरी सूरत भी न...नज़र आई....
अब..अकेले न कट सकेगा जीवन....
मधुबन भी...हो रहा निर्जन....
फूल तो रोज़ यहाँ...खिलतें हैं....
कोई खुश्बू नहीं...मगर आई....
बस महकती है....सिर्फ़ याद तेरी.....
और रोशन हैं...मेरी तन्हाई.....
..............................................'तरुणा'....!!!

16 comments:

mahfilejazbaat said...

वाह , बहुत सुन्दर

taruna misra said...

Bahut Shukriya... Mahifilejazbaat ... ji..naam pata hota to zyaada behtar hota...:)))

Unknown said...

sunder rachna .....

अरुन अनन्त said...

आपकी यह रचना कल रविवार (02 -06-2013) को ब्लॉग प्रसारण पर लिंक की गई है कृपया पधारें.

taruna misra said...

Harish Bansal ji... bahut Shukriya .. :)

taruna misra said...

Arun Sharma ji... bahut aabhaari hoon... zaroor ...uska link kya hai.. :)))

shekhar shrivastava said...

मैं होके भी...नहीं हूँ....
तुम न होके भी...हर सू हो....


बहुत बहुत उम्दा रचना , शुरुआत ही इतनी खूबसूरत वाह , शुभकामनाएं

taruna misra said...

Bahut Shukriya... Shekhar Ji... :)))

Yogesh Shah said...

So beautiful words

taruna misra said...

Yogesh Ji.... Soo Many Thanksss .. :)))

Anonymous said...

ati sundar bhaav abhivyakti...... bahut bahut shukriya....

ruchin

Ruchin said...

ati sundar bhaav abhivyakti...... bahut bahut shukriya....

ruchin

taruna misra said...

Ruchin ji.... Bahut Shukriya... :)))

taruna misra said...

Pramod ji.... Soo Many Thanks.. :)))

Arvind Kumar Singh said...

Very nice Taruna ji

Arvind Kumar Singh said...

Very nice Taruna ji