Sunday, December 23, 2012

सिर्फ़ एक वादा.....


उस 5 वर्ष की बच्ची का...प्रश्न...
ये रेप क्या होता है...आंटी...
स्तब्ध रह गयी मैं....
भौचक्की सी....सोचती रही...
क्या बताऊँ इसे...क्या कहूँ....
क़ि क्या होता है...ये बलात्कार...
कैसे बताऊँ क़ि...सदियों से नारी...
झेलती रहीं हैं.....इस अभिशाप को....
हर रोज़...लाखों घरों में होता है..ये...
अपने ही पतियों के हाथों...रात के अंधेरें में...
शर्मसार होती हैं...मासूम बच्चियाँ..रिश्तेदारों के हाथों..

कैसे बताऊँ क़ि बहुत जल्द...समझ जाएँगी..
तू....इन बातों का मतलब...
जब कच्ची उम्र में ही...घर से निकलने पर..
सुनने पड़ेंगें..वो फ़िकरे...सड़कों...चौराहों में...
वो कुत्सित विचार...वो तीखी...घृणित निगाहें...
जब बार-बार छलनी करेंगी...तेरे ज़िस्म को...
जब अनचाहे स्पर्शों से....भीड़ में.. 
दो-चार...होना पड़ेगा तुझको...
और समय से पहले ही भूल जाएँगी...तू..
अपने मासूम बचपन को....
न चाहते हुए भी...होना पड़ेगा जवान...
बचाना पड़ेगा...खुद को...इस दुनिया से...
कैसे बताऊँ क़ि हर स्त्री...झेलती हैं ये...
बिना किसी कुसूर के...जुर्म के...

क्या आश्वस्त कर पाऊँगी...उसको...
क़ि तू नहीं..झेलेगी ये त्रासदी...
नही होगी दो-चार...इस सबसे...
मिलेगा तुझे एक भयमुक्त समाज़....
जहाँ जी पाएगी तू....अपने बचपन को...
निडर....निर्भीक....
नही होगी..जवान तू...समय से पहले...
नही जानना पड़ेगा...अर्थ....
छेड़छाड़...बलात्कार का....
क्या दे पाओगे..ये वातावरण..आप उसको..
कर पाओगे...ये वादा...
आज परचम उठा रहें हो... 
लड़ रहें हो...इक दामिनी के लिए...
पर स्वयं से....क्या कर पाओगे ये वादा...
क्या...सिर्फ़ इक वादा...??????
................................................तरुणा||

2 comments:

Amresh Ojha said...

SACH ME MA'AM YAH WADA/LADAI HAR EK INSAN KO APANE AAP SE PAHLE KARNI PADEGI. ISSE SARAL AUR SAFAL RASTA KOI DUSRA HO BHI NAHI SAKTA.
ATYANT NISTABDH KARNE WALA YAH PRASNA HAI MA'AM.

taruna misra said...

Amresh...isiliye main pahle aatamchintan karne ko kaha hai...ham sabko apni jimmedaari uthaani padegi....tabhi koi thos shuruvaat ho sakti hain...:)