साथ
अगर हूँ तेरे तो, चटकीला चाँद..
वरना
पूनम का भी , फ़ीका-पीला चाँद ;
.
सोचूं
के आकाश के , नीले आँचल में ...
तुमको
देखा या देखा , चमकीला चाँद ;
.
तन्हाई
के सन्नाटों के , खंडहर में...
धीरे-धीरे
पिघला है , बर्फ़ीला चाँद ;
.
कौन
आया आँखों में रोशन , प्यार
लिए..
देख
के उसको लौट गया ,
शर्मीला
चाँद ;
.
ख्वाहिश
तो जागी है , तुमसे मिलने की...
देख
रहा था छुप-छुप के ,
भड़कीला
चाँद ;
.
नींदों
के लम्हों में कौन ,
आ
जाता है ...
ये
तुम होते हो या फिर , सपनीला चाँद ;
.
तन्हाई
में 'तरुणा' , भीगी पलकों से ..
देखूं
तो लगता है , भीगा-सीला चाँद ..!!
.
.....................................................'तरुणा'... !!!
.
Saath
agar hun tere to , chatkeela chaand ..
Warna
poonam ka bhi , feeqa-peela chaand ;
.
Sochun ke
aakash ke , neele aanchal me ..
Tumko
dekha ya dekha , chamkeela chaand ;
.
Tanhaayi
ke sannaton ke , khandhar me ...
Dheere-
dheere pighla hai , barfeela chaand ;
.
Kaun aaya
aankhon me roshan , pyaar liye ..
Dekh ke
usko laut gaya , sharmeela chaand ;
.
Khwahish
to jaagi hai , tumse milne ki ..
Dekh raha
tha chhup- chhup ke , sharmeela chaand ;
.
Neendon
ke lamhon me kaun , aa jata hai ..
Ye tum
hote ho ya phir , sapneela chaand ;
.
Tanhaayi
me 'Taruna' , bheegi palkon se..
Dekhun to
lagta hai , bheega -seela chaand ...!!
.
.......................................................................'Taruna'...!!!
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