Wednesday, September 16, 2015

एक पुरानी याद...!!!


मुद्दतों के बाद वो , सरगोशियाँ याद आ गई ..
चाँद को देखा तुम्हारी, शोखियाँ याद आ गई ;
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मस्त होके दौड़ती कुछ , भागती सी लड़कियां ..
साथ में बीती हुई वो , छुटियाँ याद आ गई ;
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गीत गाते दो अधर , आँखों में वो दिलकश झलक...
शाम की सीली महकती , नर्मियां याद आ गई ;
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कुछ महकती सी क़िताबें , इत्र में डूबे वो ख़त..
बंद मुट्ठी में दबी सब पर्चियां याद आ गई ;
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वो घरोंदे रेत वाले , पाल बैठे थे सपन ..
रेत में बिखरी हुई कुछ , सीपियाँ याद आ गई ;
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जाते - जाते बारहा  तेरा पलट के देखना..
आखिरी लम्हें न रुकती , सिसकियाँ याद आ गई ;
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टूटे वादे , रोती कसमें आज भी मायूस हैं..
जो किनारे आके डूबी कश्तियाँ याद आ गई ;
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दिल यही कहता है मेरा तुम नहीं भूले मुझे..
रात के पिछले पहर की , हिचकियां याद आ गई ..!!
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..................................................................तरुणा’..!!!
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Muddaton ke baad wo  ,  sargoshiyaan yaad aa gayi ..
Chaand ko dekha tumhari  , shokhiyaan yaad aa gayi ;
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Mast hoke daut'ti kuchh  ,  bhaagti si ladkiyaan..
Saath me beeti hui vo , chhuttiyaan yaad aa gayi ;
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Geet gaate do adhar , aankhon me wo dikash jhalak ..
Shaam ki seeli mahakti  , narmiyaan yaad aa gayi ;
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Kuchh mahakti si kitaabein , itr me doobe wo khat ..
Band mut'thi me dabi sab , parchiyaan yaad aa gayi ;
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Wo gharaunde ret waale  ,  paal baithe the sapan ..
Ret me bikhri hui kuchh  ,  seepiyaan yaad aa gayi ;
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Jaate -jaate baarha  ,  tera palat ke dekhna..
Aakhiri lamhe na rukti  ,  siskiyaan yaad aa gayi ;
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Toote waade , roti kasmein ,  aaj bhi maayus hain ...
Jo kinaare aake doobi  ,  kashtiyaan yaad aa gayi  ;
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Dil yahi kahta hai mera  ,  tum nahi bhoole mujhe...
Raat ke pichhle pahar ki ,  hichkiyaan yaad aa gayi..!!
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................................................................................'Taruna'..!!!

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